पूजा विधि - गृह प्रवेश पूजा
गृह प्रवेश पूजा एक महत्वपूर्ण पूजा है जो नए घर में रहने की शुरुआत के अवसर पर की जाती है। इस पूजा के द्वारा नए घर को शुभ बनाने का आशीर्वाद दिया जाता है। यहां नीचे गृह प्रवेश पूजा की एक साधारण विधि दी गई है:
सामग्री:
पूजा स्थल की सजावट के लिए फूल, चावल, घी, सुपारी, कलश, रंगों की थाली, आदि।
अचार्य या पंडित जी के द्वारा बताए गए पूजा सामग्री।
पूर्व में अचार्य जी से संपर्क करके आवश्यकताओं के बारे में जानकारी प्राप्त करें।
पूजा विधि:
पूजा स्थल को सजाएँ: घर के पूजा स्थल को सुंदर और पवित्र बनाने के लिए उपयुक्त सामग्री से सजाएं। फूल, चावल, घी, सुपारी, कलश, रंगों की थाली, आदि का उपयोग करें।
गणेश पूजा: पूजा की शुरुआत गणेश पूजा से करें। गणेश जी को विनायक चतुर्थी संबंधी मंत्रों और आरती के साथ पूजें।
माता की पूजा: अपने घर की माता जी की पूजा करें। माता जी के भजनों और मंत्रों के साथ उनकी पूजा करें।
वास्तु दोष निवारण: घर में वास्तु दोष को नष्ट करने के लिए अचार्य जी से सलाह लें और उनके द्वारा बताए गए उपायों का पालन करें।
अग्नि पूजा: घर के मुख्य द्वार पर अग्नि पूजा करें। इसमें आरती, धूप, दीपक, हवन कुंड, घी, घास, आदि का उपयोग करें।
आरती और प्रसाद: पूजा के अंत में भगवान की आरती करें और प्रसाद बांटें।
यहां दी गई विधि केवल सामान्य है, और यह विभिन्न परंपराओं और क्षेत्रों में थोड़ी-बहुत बदल सकती है। इसलिए, अचार्य जी से सलाह लें और वे आपको योग्य और सही गृह प्रवेश पूजा विधि के बारे में अधिक जानकारी प्रदान करेंगे।
पूजा सामग्री - गृह प्रवेश पूजा
गृह प्रवेश पूजा के लिए निम्नलिखित सामग्री आवश्यक होती है:
1. कलश: एक सुंदर तांबे का कलश
2. नवधान्य: नवधान्य (गहूं, चावल, जौ, मक्का, मूंग, चना, उड़द, मेथी और काला तिल)
3. पूजा थाली: एक सुंदर थाली जिसमें आरती और पूजा सामग्री रखी जा सके
4. देवी-देवताओं की मूर्तियाँ: अपनी आस्था और परंपराओं के अनुसार गृह में पूजा के लिए देवी-देवताओं की मूर्तियाँ लें
5. धूप और दीप: पूजा के लिए धूप और दीप रखें
6. सुपारी, इलायची, लौंग और कपूर: पूजा के लिए सुपारी, इलायची, लौंग और कपूर रखें
7. हल्दी-कुमकुम: हल्दी और कुमकुम की थाली
8. पूजा वस्त्र: एक साफ सफेद पूजा वस्त्र
9. फूल: पूजा के लिए फूलों का बटा
10. आरती पत्र: गृह प्रवेश की आरती के लिए आरती पत्र
गृह प्रवेश पूजा सामग्री: पूजा के लिए आपको इन चीजों की जरूरत पड़ेगी
नारियल-2 | देसी घी | हवन सामग्री | आम की सूखी लकड़ियां |
सुपारी | शरद – 50 ग्राम | जौ | हल्दी – 50 ग्राम |
लौंग 10 ग्राम | गुड़, मिश्री (चीनी के पत्थर जैसे जमे हुए कण) 50 ग्राम | काले तिल | गंगा जल (एक बोतल) |
हरी इलायची 10 ग्राम | साबुत चावल (500 ग्राम) | बड़ा दीया | चौकी |
पान की पत्तियां (10), तुलसी के पत्ते | पंच मेवा (5 तरह के फल) | तांबे का कलश | आटा |
रोली या कुमकुम (एक पैकेट) | पांच तरह का मीठा | रुई | आम या अशोक के पेड़ की पत्तियां |
मौली – 2 रॉल | पांच तरह के फल | पीला कपड़ा | अगरबत्ती – एक पैकेट |
उपनयन या जनेऊ | फूल और फूलों की माला | लाल कपड़ा | दही |
बिना उबला हुआ दूध 1/4 लीटर | धूप बत्ती | कपूर – एक पैकेट | हवन कुंड |
यह सामग्री गृह प्रवेश पूजा के आयोजन के लिए आमतौर पर उपयोग होने वाली है। आप अपनी परंपरा और प्राथमिकताओं के आधार पर सामग्री में थोड़ी
पूजा कथा - गृह प्रवेश पूजा
कथा का नाम: "गौतम ऋषि का गृह प्रवेश"
कथा की कथावाचक को नमस्कार करते हुए, निम्न कथा प्रारंभ की जा सकती है:
एक बहुत ही पुरानी कथा है, जिसमें गौतम ऋषि और उनकी पत्नी अहिल्या की कथा है। गौतम ऋषि बहुत तपस्या करते थे और उनके पास बहुत सारे शिष्य थे। एक दिन, गौतम ऋषि को अहिल्या का दर्शन हुआ। उन्होंने उन्हें एक सुंदर वचन दिया और उन्हें अपनी अद्भुत तपस्या का आशीर्वाद दिया। अहिल्या बहुत धन्य हुईं और वह गौतम ऋषि की पत्नी बनने के लिए आग्रह करने लगीं। गौतम ऋषि ने उसे अपनी पत्नी बनाया और वे सुख-शांति से रहने लगे।
एक दिन, गौतम ऋषि और अहिल्या ने अपने सपने में देवी लक्ष्मी के दर्शन किए। देवी ने उन्हें अपनी कृपा के रूप में नवनीत से भरे हुए एक कलश दिया। इस कलश को उन्हें अपने नए घर में स्थान देने के लिए कहा गया।
गौतम ऋषि ने अपने शिष्यों को बताया कि वे एक विशेष तिथि पर अपने नए घर में गृह प्रवेश करेंगे। उस दिन, भक्ति और आनंद के साथ उन्होंने गृह प्रवेश पूजा की। अहिल्या ने देवी लक्ष्मी के दिए गए कलश को स्थान दिया और घर को सुंदरता और शुभता से सजाया।
गृह प्रवेश की पूजा संपन्न होते ही, गौतम ऋषि और अहिल्या के घर में सुख और समृद्धि की बरसात हो गई। वे खुश और संतुष्ट रहने लगे और उनका घर धन, सुख, और समृद्धि से पूर्ण हो गया।
गृह प्रवेश पूजा की कथा को सुनकर यह स्पष्ट होता है कि यह पूजा घर में शुभता, समृद्धि, खुशहाली, और सुख के आगमन का आशीर्वाद देती है।
ध्यान दें: यह कथा संक्षेप में दी गई है और वास्तविक कथानक का विवरण भिन्न हो सकता है। आप अपने परिवार के पुराने संस्कार और पंथ के अनुसार गृह प्रवेश कथा का पाठ कर सकते हैं। अचार्य जी से सलाह लें और उनके मार्गदर्शन में इस पूजा का आयोजन करें।
पूजा आरती - गृह प्रवेश पूजा
गृह प्रवेश पूजा के दौरान आप निम्नलिखित गृह प्रवेश आरती का पाठ कर सकते हैं:
गृह प्रवेश आरती:
जय जय जय गृह मंगलकारी,
आदि संपत्ति जन आपारी।
सुख शांति धन धान्य वृद्धि,
घर में बरसे हर प्रकारी॥
मंगलकारी तुम अवतारी,
जगमग ज्योति धरो न्यारी।
हरी मंगल स्वामी आपने,
सदा सुख दान दे न्यारे॥
गृह प्रवेश जन आएं आपके,
सदैव खुशहाल रहें सबके।
आरती करूं जो गृह की,
सुख धन समृद्धि दें आपके॥
जय जय जय गृह मंगलकारी,
आदि संपत्ति जन आपारी।
सुख शांति धन धान्य वृद्धि,
घर में बरसे हर प्रकारी॥
आरती करते हैं हम तुम्हारी,
ब्रह्मा विष्णु और महेश्वरी।
आदि शक्ति त्रिमूर्ति स्वरूपी,
प्रगट व्यापत तिनके शरीरी॥
मांगल्य भवन अमंगल हारी,
तुम गृह प्रवेश की रक्षा कारी।
जगजननी जय जगदंबे माता,
सबके मनोकामना पूरी करो माता॥
जय जय जय गृह मंगलकारी,
आदि संपत्ति जन आपारी।
सुख शांति धन धान्य वृद्धि,
घर में बरसे हर प्रकारी॥
यह गृह प्रवेश आरती घर की शुभता, समृद्धि और सुख की कामना को प्रकट करने के लिए होती है। आप अपनी परिवार के प्राथमिकताओं के आधार पर आरती के पाठ में बदलाव कर सकते हैं।